परिचय
बाँदा और बुंदेलखंड की धरती सिर्फ़ ऐतिहासिक नहीं, बल्कि संघर्षशील आत्माओं की भूमि रही है। यहाँ के लोगों ने विषम परिस्थितियों, सीमित संसाधनों और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद जिस ज़ज्बे और मेहनत से सफलता हासिल की है, वह किसी मिसाल से कम नहीं।

बुंदेलखंड की गौरवशाली विरासत का एक प्रतीक
"बाँदा गौरव सम्मान – संघर्ष से सफलता"
एक ऐसा प्रयास है, जो उन गुमनाम नायकों को मंच देता है, जिन्होंने अपने संघर्ष से समाज को रोशन किया है – चाहे वो शिक्षक हों, किसान, कलाकार, पत्रकार, डॉक्टर, खिलाड़ी या सामान्य नागरिक।
इस सम्मान का उद्देश्य है:
संघर्ष से सफलता की यात्रा को सार्वजनिक रूप से पहचान देना
स्थानीय प्रेरणादायक व्यक्तियों को प्रोत्साहित करना
युवा पीढ़ी को प्रेरित करना कि कठिनाइयों के बीच भी सफलता संभव है
बाँदा और बुंदेलखंड के गौरव को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करना
"छोटे शहरों की कहानियाँ भी बड़ी हो सकती हैं!"
क्योंकि हर बड़ी सफलता के पीछे एक अनसुनी संघर्ष की कहानी होती है... और अब वो कहानी सुनी जाएगी!
महत्वपूर्ण निर्देश (नोट)
- सभी श्रेणियों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि, नियम एवं शर्तें आयोजन समिति द्वारा निर्धारित वेबसाइट व नामांकन फॉर्म पर स्पष्ट रूप से उपलब्ध हैं। कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- प्रत्येक श्रेणी में केवल एक व्यक्ति या संस्था को सम्मानित किया जाएगा। (विशेष परिस्थिति में निर्णायक मंडल की अनुशंसा पर एक से अधिक को भी चयनित किया जा सकता है।)
- चयन पूर्णतया निर्णायक मंडल के विवेक, उपलब्ध दस्तावेज़, संघर्ष, सामाजिक प्रभाव व योगदान के आधार पर किया जाएगा।
- चयन प्रक्रिया के उपरांत किसी प्रकार का दावा, आपत्ति या कानूनी अधिकार नहीं मान्य होगा।
- चयन से संबंधित अंतिम निर्णय आयोजक मंडल एवं निर्णायक समिति का होगा, जो सभी पर बाध्यकारी होगा।